कंट्रोल बनाम ब्लैक - काका हाथरसी
कंट्रोल बनाम ब्लैककरते हैं वे घोषणा,
बजा-बजाकर ढोलमूल्य अगर बढ़ते रहे,
कर देंगे कंट्रोलकर देंगे कंट्रोल
यही तो चाहे ‘लाला’धन्यवाद दें तुम्हें,
गले में डालें मालाकहं ‘काका’,
कर जोड़ प्रार्थना करता बंदाकरो नियंत्रण
तो चालू हो जाए धंधाधक्का देकर धर्म को,
धन की माला फेरचीनी बेची ब्लैक में,
छह रुपए की सेरछ्ह रुपे की सेर,
पकड़ थाने पहुंचाएकेस लड़ाए पांच सौ जुर्माना दे
आएकहं ‘काका’ जब हानि-लाभ का खाता
छांटादस हजार बच रहे, रहा क्या हमको घाटा।