टिकटार्थी-प्रार्थी

टिकटार्थी-प्रार्थी _ काका हाथरसी



टिकट झपटने के लिए, उछल रहे श्रीमान,
विजयश्री हो प्राप्त तो, मिले मान-सम्मान।
मिले मान-सम्मान, पार हो जाए नैया,
श्रद्धा से आरती उतारें चमचा भैया।
जिनकी पॉकिट से पलते, लठैत भतखौआ,
उनसे हारें हंस, सफल हो जाएँ कौआ।