पंचायती राज

पंचायती राज - काका हाथरसी



गाँव-गाँव में होय अब, पंचायत के राज,
काका कवि तो खुश हुए, काकी जी नाराज।
काकी जी नाराज फैसला गलत किया है,
महिलाओं को सिर्फ तीस परसैंट दिया है।
अर्धांगिनि है नारि, उन्हें समझाना होगा,
फिफ्टी-फिफ्टी आरक्षण दिलवाना होगा।
पंचायत स्वर्णिम सपन, जब तक हो साकार,
तब तक जाने कौन-सी आएगी सरकार।
आएगी सरकार, अगर जनता दल आया,
बने बनाए पंचमहल का करें सफाया।
सत्ता को अपना कर्त्तव्य निभाना चाहिए,
है विपक्ष सिद्धांत, उसे लुढ़कना चाहिए।